यह संधि विक्टोरियन सरकार और एबोरिजनल (आदिवासी) समुदायों के बीच एक औपचारिक समझौता है। यह एक तरीका है जिससे:
- एबोरिजनल इतिहास और संस्कृति की पहचान की जाएगी और उसका सम्मान किया जाएगा।
- एबोरिजनल लोगों को उन्हें प्रभावित करने वाले फैसलों में अपनी बात और अधिक रखने का मौका मिलेगा।
- विक्टोरिया में सभी के लिए एक निष्पक्ष भविष्य का निर्माण होगा।
इस संधि का सफ़र
बहुत लंबे समय से, फर्स्ट पीपल्स को उनसे जुड़े कानूनों और नीतियों को बनाने में शामिल नहीं किया गया है।
यूरूक न्याय आयोग, एक औपचारिक सत्य-कथन जांच, ने अन्याय की कहानियां इकट्ठी की और लोगों को विक्टोरिया में फर्स्ट पीपल्स के अनुभवों को समझने में मदद की।
संधि वास्तविक परिवर्तन लाने का एक तरीका है - ताकि फर्स्ट पीपल्स को अपने समुदायों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर अपनी बात और अधिक बोलने का मौका मिले।
विक्टोरिया में हम लगभग एक दशक से संधि पर काम कर रहे हैं। हमने एक मज़बूत नींव रखी है।
संधि यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि सभी विक्टोरियावासियों को समान अवसर मिलें।
जब फर्स्ट पीपल्स नीतियों और समाधानों को तैयार करने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं, तो हमें बेहतर परिणाम मिलते हैं।
गेलुंग वार्ल (Gellung Warl) क्या है?
राज्यव्यापी संधि विधेयक 2025 एक नए निकाय गेलुंग वार्ल (गुलुंग-वार्ल, गुनाइकुरनाई भाषा से) की स्थापना करेगा। गेलुंग वार्ल:
- निर्वाचित फर्स्ट पीपल्स प्रतिनिधियों से बना होगा।
- फर्स्ट पीपल्स समुदायों को प्रभावित करने वाले सरकारी निर्णयों का मार्गदर्शन करने में सहायता करेगा
- सत्य-कथन, उपचार और शिक्षा को बढ़ावा देगा
- स्वतंत्र रूप से काम करेगा, लेकिन उनके पास कानून बदलने या सरकारी निर्णयों को अवरुद्ध करने की शक्ति नहीं होगी।
गेलुंग वार्ल विक्टोरिया की सफल फर्स्ट पीपल्स असेम्बली से विकसित हुआ है, जिसके तीन मुख्य भाग हैं:
- विक्टोरिया की फर्स्ट पीपल्स असेंबली, जो लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित फर्स्ट पीपल्स से बनी है। वे फर्स्ट पीपल्स के मुद्दों पर संसद और विक्टोरिया की सरकार को सलाह देंगे, और फर्स्ट पीपल्स को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर निर्णय लेंगे।
- न्गिन्मा न्गैंगा वारा (न्ग-इन-मा न्ग-आई-नगा वा-रा, एक वाडी वाडी शब्द), एक नया भाग जो यह देखेगा कि राज्य "क्लोजिंग द गैप (अंतर को मिटाने)" समझौते (एबोरिजनल और टोरेस स्ट्रेट आइलैंडर लोगों के जीवन के परिणामों में सुधार करने के लिए एक राष्ट्रीय प्रतिबद्धता) के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कैसे निभा रहा है।
- न्येर्ना यूरूक टेलकुना (न्येर्ना-आह यू-रूक टेल-कुना-आह, एक वाम्बा वेम्बा शब्द), एक सत्य-कथन खंड है, जो इतिहास, शिक्षा, उपचार और सुलह पर केंद्रित है।
गेलुंग वार्ल सरकार से स्वतंत्र रूप से, लेकिन संसद के नियमों के भीतर काम करेगा।
इसके पास वीटो अधिकार नहीं होगा—यह कानून या नीतियों को अवरुद्ध नहीं कर सकता है।
इसकी देखरेख अन्य स्वतंत्र एजेंसियों (जैसे लेखा परीक्षा निकाय, लोकपाल) की तरह की जाएगी।
गेलुंग वार्ल क्या कर सकता है?
यह उन मुद्दों के बारे में नियम और दिशानिर्देश बना सकता है जो सीधे तौर पर फर्स्ट पीपल्स को प्रभावित करते हैं। उदाहरणों में शामिल हैं:
- एबोरिजनल होने की पुष्टि के लिए "सामुदायिक स्वीकृति" की परिभाषा के बारे में नियम
- कुछ पैतृक परिषदों (काउंसिलों) में फर्स्ट पीपल्स के प्रतिनिधियों की नियुक्ति
- फर्स्ट पीपल्स के बीच मौजूदा जल अधिकारों को साझा करने या व्यापार करने के लिए दिशानिर्देश
- उद्योगों और क्षेत्रों में सांस्कृतिक सुरक्षा के बारे में दिशानिर्देश
- गेलुंग वार्ल खुद कैसे काम करता है, इसके लिए आंतरिक नियम।
ये दिशानिर्देश अनिवार्य नहीं हैं, और यह ज़रूरी है कि ये मौजूदा राज्य या संघीय कानूनों के प्रतिकूल नहीं हों।
गेलुंग वार्ल संधि सुधारों को लागू करने में मदद करेगा, जैसे कि:
- स्कूलों में यूरूर्क न्याय आयोग के सार्वजनिक रिकॉर्ड का उपयोग करना।
- पारंपरिक स्वदेशी नामों का उपयोग करके स्थानों (जैसे नदियों और पार्कों) के नाम रखने में मदद करना
- सामुदायिक सुविधाओं को बहाल करने या बनाने के लिए फर्स्ट पीपल्स के बुनियादी ढांचे कोष की स्थापना करना
- NAIDOC वीक और एबोरिजनल ऑनर रोल जैसे फर्स्ट पीपल्स के कार्यक्रमों और पुरस्कारों का संचालन करना।
संधि क्या काम नहीं करेगी
- विक्टोरियन या राष्ट्रमंडल संविधान में बदलाव करना
- संसद में एक नया सदन बनाना
- कर कानूनों में बदलाव करना या व्यक्तिगत भुगतान करना
यह क्यों मायने रखता है
संधि का उद्देश्य विक्टोरियावासियों को एक साथ लाना, हम सभी को एबोरिजनल इतिहास और जीवित संस्कृतियों को समझने और उनका सम्मान करने में मदद करना है।
इसका उद्देश्य किसी के अधिकार को छीनना नहीं है।
लक्ष्य यह है कि सभी विक्टोरियावासियों को समान अवसर मिलें तथा साथ मिलकर बेहतर भविष्य का निर्माण किया जा सके।

